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Thursday 19 February 2015

who is a Male)

कौन है पुरुष (who is a Male) ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 
¤ भगवान की ऐसी रचना है जो बचपन से ही त्याग और समझौता करना सीखता है । 
¤ वह अपने चॉकलेटस का त्याग करता है बहन के लिये । 
¤ वह अपने सपनो का त्याग कर माता-पिता की खुशी के लिये उनके अनुसार कैरियर चुनता है। 
¤ वह अपनी पूरी पॉकेट मनी गर्ल फ़्रेंड के लिये गिफ़्ट खरीदने में लगाता है। 
¤ वह अपनी पूरी जवानी बीवी-बच्चों के लिये कमाने में लगाता है । 
¤ वह अपना भविष्य बनाने के लिये लोन लेता है और बाकी की ज़िंदगी उस लोन को चुकाने में लगाता है । 
¤ इन सबके बावजुद वह पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ और बॉस से डांट सुनने में लगाता है । 
¤ पूरी ज़िंदगी पत्नी, माँ, बॉस और सास उस पर कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं । 
¤ उसकी पूरी ज़िंदगी दुसरो के लिये ही बीतती है । और बेचारा पुरुष ~~~~~~~~~~~~:- 
¤ बीवी पर हाथ उठाये तो "बेशर्म" । 
¤ बीवी से मार खाये तो "बुजदिल" । 
¤ बीवी को किसी और के साथ देख कर कुछ कहे तो "शक्की" । 
¤ चुप रहे तो "डरपोक" । 
¤ घर से बाहर रहे तो "आवारा" । 
¤ घर में रहे तो "नाकारा" ।
¤ बच्चों को डांटे तो "ज़ालिम" । 
¤ ना डांटे तो "लापरवाह" । 
¤ बीवी को नौकरी करने से रोके तो"शक्की" । 
¤ बीवी को नौकरी करने दे तो बिवी की "कमाई खाने वाला" । 
¤ माँ की माने तो"चम्मचा" । 
¤ बीवी की माने तो "जोरु का गुलाम"। पूरी ज़िंदगी समझौता, त्याग और संघर्ष में बिताने के बावजुद वह अपने लिये कुछ नहीं चाहता । ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ 
इसलिये पुरुष की हमेशा इज़्ज़त करें । पुरुष, बेटा, भाई, बॉय फ़्रैंड, पति, दामाद, पिता हो सकता है, जिसका जीवन हमेशा मुश्किलों से भरा हुआ है।

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